जशपुरनगर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष पूरे हो गए हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में राज्योत्सव 2025 के अवसर पर आज जिला मुख्यालय जशपुर ...
जशपुरनगर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष पूरे हो गए हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में राज्योत्सव 2025 के अवसर पर आज जिला मुख्यालय जशपुर के रणजीता स्टेडियम में विविध रंगों से सजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिले के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने नृत्य, गीत, नाटक और लोककला की शानदार प्रस्तुतियों से वातावरण को उल्लासमय बना दिया। दर्शकगण मंत्रमुग्ध होकर तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का उत्साह बढ़ाते रहे।
आज के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधायक रायमुनी भगत, विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष अरविंद भगत और जनपद पंचायत अध्यक्ष गंगाराम सहित अन्य अतिथियों ने छत्तीसगढ़ महतारी और भारत माता के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित किया। इस अवसर पर कृष्ण कुमार राय, कलेक्टर रोहित व्यास, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार, डीएफओ शशि कुमार, अपर कलेक्टर प्रदीप कुमार साहू, एसडीएम विश्वास राव मस्के, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सोनी सहित जनप्रतिनिधिगण और भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
इस अवसर पर विधायक रायमुनी भगत ने छत्तीसगढ़ निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ तेजी से विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ सबका विकास का जो नारा दिया था, सही मायनों में आज जमीन पर चरितार्थ हो रहा है। प्रधानमंत्री के पहल पर जनजातियों के सम्मान के लिए जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाता है।शहरों से लेकर सुदूर गांवों के विकास के लिए अनेक योजनाओं का निर्माण और उनका तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है। पीएम जनमन योजना और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के माध्यम से जनजातीय इलाकों में सड़क, आवास, शिक्षा सहित अनेक योजनाओं का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। आज जशपुर के विकास के लिए गावों में सड़कों का तेजी से निर्माण हो रहा है। खेलों के विकास के लिए आर्चरी अकादमी सहित अनेक खेल स्टेडियमों का निर्माण किया जा रहा है, शिक्षा के लिए नालंदा परिसर, मेडिकल कॉलेज, फिजियोथैरेपी और नर्सिंग कॉलेज का निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है।
नृत्य, संगीत और कविता ने पूरे माहौल को उल्लास से भर दिया, दर्शक झूमते नजर आए
कार्यक्रम में डी.पी.एस. स्कूल जशपुर के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सुआ नृत्य ने छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति की झलक दिखाई। वहीं सेजेस अंग्रेजी माध्यम उ.मा.वि. जशपुर के विद्यार्थियों ने मनमोहक असमिया लोकनृत्य की प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों को पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति से रूबरू कराया। शासकीय शिशु मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय जशपुर के विद्यार्थियों ने पारंपरिक करमा नृत्य ने दर्शकों का मन मोह लिया। संत जेवियर्स इंग्लिश मीडियम उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने हरि हरि न न गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। जशपुरांचल इंग्लिश मीडियम स्कूल के छात्रों ने हमर सुग्घर छत्तीसगढ़ गीत पर नृत्य कर राज्य की संस्कृति का गौरव बढ़ाया, जबकि संत जेवियर्स हिन्दी मीडियम उच्च माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने महुआ झरे गीत पर अपनी प्रस्तुति दी।
शा.म.ल.बा.क.उ.मा.वि.जशपुर जशपुर के रखईया गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया, वहीं संत पॉल इंग्लिश मीडियम स्कूल की छात्राओं ने रानी के फुंडराला गीत पर शानदार प्रदर्शन कर तालियां बटोरीं। सेजेस अंग्रेजी मा.उ.मा. विद्यालय की छात्राओं ने नरमोधया थीम पर और बस्तर मोचो सुंदर माटी आय गीत पर समूह नृत्य के माध्यम से बस्तर की लोक संस्कृति की झलक प्रस्तुत की।शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, गम्हरिया के विद्यार्थियों ने बालिका शिक्षा पर आधारित प्रेरणादायक नृत्य प्रस्तुत किया, जबकि सेजेस हिन्दी माध्यम उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने सरगुजा नाचे समूह नृत्य से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
सेजेस हिन्दी उ.मा.वि. जशपुर के छात्र सनी सिंह द्वारा शानदार क्लासिकल नृत्य की प्रस्तुति दी गई। वहीं स.शि.मं.उ.मा.वि. जशपुर की छात्रा रिद्धि बड़ाईक द्वारा प्रस्तुत मोर छइयां भूइंया गीत ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। सेजेस अंग्रेजी मा.उ.मा.वि. जशपुर द्वारा प्रकृति संरक्षण का सन्देश देते हुए ज्ञानपरक नाटक की शानदार प्रस्तुति दी गई। केन्द्रीय विद्यालय जशपुर की छात्रा परिधि गुप्ता द्वारा प्रस्तुत कत्थक नृत्य को सभी ने सराहा। जशपुरांचल इंग्लिस मिडियम स्कूल जशपुर की छात्रा नूतन कुजूर द्वारा जय छत्तीसगढ़ गीत पर प्रस्तुत नृत्य ने सभी को झुमने पर मजबूर कर दिया। जीएनएम नर्सिंग सेंटर की छात्राओं ने बाल विवाह के दुष्परिणामों पर एक मार्मिक और शिक्षाप्रद नाटक की प्रस्तुति दी, जिसे सभी ने सराहा।
डी.पी.एस. स्कूल जशपुर की प्रियंका यादव द्वारा प्रस्तुत भरतनाट्यम और वर्णिका पाठक द्वारा प्रस्तुत कत्थक नृत्य की शानदार प्रस्तुति ने सभी को रोमांचित किया। वंशिका रजक द्वारा हमर सुग्घर छत्तीसगढ़ गीत और ये मेरे वतन के लोगों एवं विभा रजक द्वारा प्रस्तुत गीत छूकर मेरे मन को तूने गीत पर शानदार प्रस्तुति दी गई । कार्यक्रम में राजेन्द्र प्रेमी एवं रामाकांत राठौर ने तबला, हारमोनियम और अन्य वाद्य यंत्रों पर मधुर धुनों के साथ ग़ज़ल गायन प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। जीतू चौहान की बांसुरी की धुन और अघनू सौरभ की ढोलक की थाप पर दर्शक झूम उठे। अंत में लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान लेखक एवं कवि मिलन मलरिहा द्वारा प्रस्तुत कविता और गीत तथा मुकेश कुमार के काव्यपाठ ने कार्यक्रम को साहित्यिक ऊँचाई प्रदान की।


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