जब छत्तीसगढ़ में सरकार बनी तो कार्यकर्ताओ में उत्साह था कि उनकी पूछ परख होगी। कार्यकर्ताओ की सुनवाई की जाएगी अब वैसा ही होने लगा है जैसा 20...
जब छत्तीसगढ़ में सरकार बनी तो कार्यकर्ताओ में उत्साह था कि उनकी पूछ परख होगी। कार्यकर्ताओ की सुनवाई की जाएगी अब वैसा ही होने लगा है जैसा 2018 में भाजपा की सरकार गयी तो उनकी जो हाल थी वो सरकार आने के 9 माह बाद फिर वही स्थिति दोहराती दिख रही है। आज छत्तीसगढ़ के स्थानीय ट्रांसपोर्टर परेशान बैठे हुए है।
गुजरात से आया हुआ ट्रांसपोर्टर अभय बराड़ गुजरात की सोमनाथ में रहने वाला दिल्ली में बैठे भाजपा नेता के पीए से प्रदेश के अधिकारियो को फ़ोन कराकर ट्रांसपोर्टिंग का काम करने के लिए कांकेर जिले की आयरन ओर माइंस का काम लेकर छत्तीसगढ़ के स्थानीय ट्रांसपोर्टरों को बेरोजगार करने में लगा हुआ इससे पूरे जिले की जनता परेशान है आने वाले समय मे बाहरी ठेकेदारों का ट्रांसपोर्टरों द्वारा विरोध प्रदर्शन की तैयारी मे लगे हुए है।
छत्तीसगढ़ में राजस्व की बडा जरिया खनिज संपदा है। इनका परिवहन करके प्रदेश आर्थिक रुप से मजबूत हो रहा है। स्थानीय लोग कारोबार के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रहे है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद स्थानीय लोगों को प्रमुखता से नियमानुसार काम देने का निर्देश साय सरकार ने जारी किया था। लेकिन सीएम द्वारा जारी निर्देशों की विभागीय अधिकारी अनदेखी करने की तैयारी कर रहे है।
सोर्स :भानपुर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन सदस्य
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