रायपुर। छत्तीसगढ़ में दक्षिण-पश्चिम मानसून धीरे-धीरे सक्रिय होता जा रहा है। राज्य के करीब 76 प्रतिशत हिस्सों में मानसून पहुंच चुका है। राय...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में दक्षिण-पश्चिम मानसून धीरे-धीरे सक्रिय होता जा रहा है। राज्य के करीब 76 प्रतिशत हिस्सों में मानसून पहुंच चुका है। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर होते हुए यह सरगुजा तक पहुंच गया है। हालांकि, अब तक प्रदेश के किसी भी हिस्से में जोरदार या अतिवृष्टि जैसी बारिश नहीं हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की गति पर पश्चिमी विक्षोभ का असर पड़ रहा है, जिससे बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी पर्याप्त मात्रा में प्रदेश तक नहीं पहुंच पा रही है। इसके कारण बादलों की मौजूदगी के बावजूद तेज बारिश नहीं हो रही है।
दुर्ग जिले में गुरुवार को पूरे दिन बादल छाए रहे। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई, लेकिन बारिश नहीं हो सकी। अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान में 4 से 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे दिन और रात की गर्मी में आंशिक राहत मिली है।
बारिश की राह में अड़चन
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दाब का क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। इसके साथ ही ऊपरी हवा में 7.6 किलोमीटर तक चक्रीय परिसंचरण बना हुआ है। इस पूरे सिस्टम पर पश्चिमी विक्षोभ का अवरोध है, जो मानसून की सामान्य बारिश में रुकावट पैदा कर रहा है।
21 जून से दुर्ग जिले में हल्की बारिश शुरू हो सकती है।
23 जून से मध्यम बारिश की संभावना बन रही है।
मध्य छत्तीसगढ़ में आज शाम तक हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।
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