रायपुर। राजधानी रायपुर से महज 7 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम दोन्दे खुर्द, जहां स्वच्छता अभियान के तहत राज्यभर में पहचान बना चुका है, अब शराब दु...
रायपुर। राजधानी रायपुर से महज 7 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम दोन्दे खुर्द, जहां स्वच्छता अभियान के तहत राज्यभर में पहचान बना चुका है, अब शराब दुकान खोलने के प्रशासनिक निर्णय के खिलाफ आंदोलन की राह पर है।
बलौदाबाजार मुख्य मार्ग पर बसे इस गांव में 2 जुलाई से कम्पोजिट देशी मदिरा दुकान संचालित किए जाने का आदेश जारी किया गया है। इस फैसले से गांव के नागरिकों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि यह निर्णय न सिर्फ गांव की छवि को धूमिल करेगा बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचाएगा।
ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक अनुज शर्मा से उनके निवास में मुलाकात कर इस आदेश को तत्काल निरस्त करने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि दोन्दे खुर्द को “सुग्घर गांव” के नाम से जाना जाता है, और इसे स्वच्छ भारत मिशन में उत्कृष्ट योगदान के लिए कई बार सम्मानित भी किया गया है। ऐसे आदर्श ग्राम में शराब दुकान की स्थापना को सभी ने निंदनीय बताया।
ग्रामीणों का आरोप है कि आबकारी विभाग ने ग्रामीणों की भावनाओं को अनदेखा करते हुए दुकान के लिए जगह तय कर निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया है, जिससे नाराजगी और तेज हो गई है।
गुरुवार को पूर्व विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा के नेतृत्व में ग्रामीण प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में स्पष्ट चेतावनी दी गई कि यदि 10 दिनों के भीतर शराब दुकान संचालन का आदेश निरस्त नहीं किया गया, तो गांववासी उग्र आंदोलन करेंगे।
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