जिले के एक दिन के उद्घोषित कलेक्टर शैलेन्द्र ध्रुव का आकस्मिक निधन हो गया। वे प्रोजेरिया नामक बीमारी से पीड़ित थे। अचानक तबीयत बिगड़ने क...
जिले के एक दिन के उद्घोषित कलेक्टर शैलेन्द्र ध्रुव का आकस्मिक निधन हो गया। वे प्रोजेरिया नामक बीमारी से पीड़ित थे। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद परिजनों ने रसेला हास्पिटल में भर्ती कराया था। लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया है। शैलेंद्र की मौत की खबर सुनकर क्षेत्र में शोक का माहौल है। इसी वर्ष उन्होंने 12 वीं की परीक्षा पास की थी। जिसके बाद कॉलेज की पढ़ाई करना चाहते थे। कॉलेज जाने के लिए शैलेंद्र ने प्रशासन से गाड़ी की भी मांग की थी।
शैलेंद्र ने कलेक्टर बनने की इच्छा जताई थी। मुख्यमंत्री के आदेश पर 2021 में गरियाबंद जिले का एक दिन का उद्घोषित कलेक्टर बनाया गया था। उस समय गरियाबंद जिले के कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर थे। कलेक्टर ऑफिस में मुलाकात कर बिठाया गया था और इस दरमियान रायपुर मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी उनसे मुलाकात कर शैलेन्द्र ध्रुव से बातचीत की थी।उनका अंतिम संस्कार गरियाबंद जिले के छुरा विकास खंड के ग्राम मेड़कीड़बरी में होगा।
शैलेन्द्र ध्रुव की निधन पर सीएम ने जताया शोक
शैलेंद्र ध्रुव अब हमारे बीच नहीं रहे. गरियाबंद के छुरा के ग्राम मेडकी डबरी के रहने वाले शैलेंद्र प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित थे. हमने उसकी एक दिन का कलेक्टर बनने की इच्छा तो पूरी कर दी थी लेकिन ईश्वर की कुछ और इच्छा थी. भगवान उसका ख्याल रखें. घर वालों को हिम्मत मिले. ओम् शांति:
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